महावतपुर गांव में पुलिस-ग्रामीणों में झड़प, पथराव
फरीदाबाद। भूपानी थाना क्षेत्र के महावतपुर गांव में बृहस्पतिवार की रात अनुसूचित जाति की बरात रोकने के एक आरोपी के घर दबिश देने पहुंची पुलिस और ग्रामीणों के बीच जमकर हंगामा हुआ। इसमें पुलिस का एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण पुलिस आरोपी अंकित को गिरफ्तार नहीं कर पाई। इस मामले में थाना पुलिस ने जहां अंकित के पिता समेत चार लोगों को नामजद करते हुए मामला दर्ज किया है, वहीं ग्रामीणों ने पुलिस पर जबरन घर में घुसकर कहर बरपाने और गर्भवती के पेट पर लात मारने के प्रयास का आरोप लगाया है।
इस घटना के विरोध में शुक्रवार को ग्रामीण एकजुट होकर पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे और हंगामा करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस आयुक्त को बताया कि बृहस्पतिवार देर रात पुलिस ने गांव में दबिश देनी शुरू कर दी। आरोपी के न मिलने पर पुलिस ने गांव में जमकर कहर बरपाया। इस दौरान महिलाओं तक को नहीं बख्शा गया। आरोप है कि पुलिस ने एक गर्भवती महिला के पेट पर लात मारनी चाही। इस पर महिला दरवाजे के पीछे छिप गई। हालांकि, पुलिसकर्मी के पैर से दरवाजा उसके पेट में लगा। हालत बिगड़ने पर उसे बीके सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस आयुक्त केके राव ने लोगों को आश्वासन दिया कि वह मामले की निष्पक्ष जांच कराएंगे, मगर ग्रामीणों ने मौके पर ही आरोपी पुलिसकर्मियों और थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बात न बनने पर सभी गुस्साए लोग केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के आवास पर पहुंचे। मंत्री के आवास पर न होने पर लोगों ने उनके घर के बाहर ही धरना शुरू कर दिया। बाद में केंद्रीय मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि किसी भी हालत में गलत नहीं होने दिया जाएगा। पूरे प्रकरण की गहनता से जांच कराई जाएगी। उधर, भूपानी थाना पुलिस ने इस मामले में ग्रामीणों पर पुलिस टीम पर हमला करने और सरकारी वाहनों पर पथराव कर उन्हें तोड़ने का आरोप लगाया।
थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि अनुसूचित जाति की बरात को रोकने के एक आरोपी अंकित की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने गई थी। इस दौरान अंकित के परिजनों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। इस मामले में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसमें अंकित के पिता भजनलाल, उनकी पुत्रवधु, देवेंद्र व प्रेमपाल को नामजद किया गया है।
यह था मामला
30 नवंबर की रात महावतपुर गांव में कुछ दबंगों ने अनुसूचित जाति के घर जा रही बरात को रास्ते में ट्रैक्टर लगा कर रोक दिया था। मौके पर पहुंचे अनुसूचित जाति की बेटी पक्ष के लोग बरात को दूसरे रास्ते से ले गए व शादी को संपन्न कराया। एक दिसंबर को इस घटना के विरोध में अनुसूचित जाति के दर्जनों लोग भूपानी थाना पहुंच कर तीन नामजद समेत पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया।
इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों को समझौते के लिए दो दिन का समय भी दिया था। बात न बनने पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। बृहस्पतिवार रात अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भूपानी पुलिस ने गांव में दबिश दी। इस दौरान पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। आरोपी पक्ष के लोगों ने पुलिस पर पथराव करते हुए सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ कर दी।
पुलिस पर रिश्वत मांगने का आरोप
आरोपी पक्ष के लोगों ने भूपानी थाना पुलिस पर जांच को कमजोर करने व आरोपियों के नाम बाहर निकालने के मामले में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस एक आरोपी का नाम रिपोर्ट से निकालने के नाम पर 50 हजार रुपये रिश्वत मांग रही है। इतनी रकम न दे पाने पर दबिश के नाम पर महिलाओं के साथ मारपीट व अभद्रता की जा रही है।
महावतपुर गांव के लोगों ने बृहस्पतिवार रात पुलिस टीम के वाहनों के साथ तोड़फोड़ किया है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। शुक्रवार को शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीणों को उचित न्याय का आश्वासन दिया है।